भारत में लैंगिक समानता लाने का मिशन
साल 2020 में भारत में COVID-19 के आने से पहले ही, भानुप्रिया राव महिलाओं से जुड़े मुद्दों के बारे में जागरूकता फैला रही थीं. वे लोगों के लिए बनी नीतियों पर शोध करने के साथ-साथ एक पत्रकार भी हैं. यह महसूस करते हुए कि महामारी मौजूदा असमानताओं को और बढ़ाएगी, राव और खोजी पत्रकारों की एक टीम ने BehanBox (हिन्दी में "वॉइस ऑफ़ सिस्टर्स") के नाम से डिजिटल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म लॉन्च किया. इसका मिशन है, लोगों के लिए बनी नीति के बारे में विस्तार से और डेटा के आधार पर रिपोर्टिंग करके भारत में लैंगिक समानता लाना.
इस प्लैटफ़ॉर्म ने सबसे पहले महिला स्वास्थ्य कर्मियों पर एक खोजी सीरीज़ पेश की. इसमें बताया गया कि किस तरह ये महिलाएं बिना किसी सुरक्षा उपकरण और वाजिब मुआवज़े के लंबे समय तक काम करती हैं.
राव कहती हैं, "इस सीरीज़ ने काफ़ी लोगों का ध्यान खींचा, यहां तक कि सरकार के बड़े अधिकारियों की भी नज़र इस पर पड़ी. सीरीज़ से यह साबित हुआ कि हमारी खबरों में लोगों की काफ़ी दिलचस्पी है."
BehanBox को जल्द ही, राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और लैंगिक आधारित हिंसा जैसे मुद्दों पर बेहतरीन रिपोर्टिंग के लिए जाना जाने लगा. इन लोगों ने ग्रामीण भारत की महिलाओं तक पहुंचने के लिए, लोकल डायरीज़ नाम से एक पॉडकास्ट एक बनाया.
राव कहती हैं, “हम महिलाओं को वह जानकारी देने के लिए काम करते हैं जो उन्हें हमारे लोकतंत्र में समान भागीदार बनने के लिए चाहिए.”