सीधे मुख्य कॉन्टेंट पर जाएं
डैशबोर्ड पर जाएं
क्या आपको जानकारी नहीं है कि कहां से शुरू करना है? अपने हिसाब से सुझाव पाने के लिए, छोटे से क्विज़ में हिस्सा लें.
BehanBox

महिलाओं के मुद्दों पर विस्तार से रिपोर्टिंग से भारत में आए बदलाव

खबरों के क्षेत्र के स्टार्टअप BehanBox ने अपनी ऑडियंस की संख्या 300% बढ़ाई, लैंगिक असमानताओं के बारे में जागरूकता फैलाई, लोगों की भलाई के लिए नीति बनाने में मदद की, और आर्थिक मज़बूती हासिल की
BehanBox के रिपोर्टर

भारत में लैंगिक समानता लाने का मिशन

साल 2020 में भारत में COVID-19 के आने से पहले ही, भानुप्रिया राव महिलाओं से जुड़े मुद्दों के बारे में जागरूकता फैला रही थीं. वे लोगों के लिए बनी नीतियों पर शोध करने के साथ-साथ एक पत्रकार भी हैं. यह महसूस करते हुए कि महामारी मौजूदा असमानताओं को और बढ़ाएगी, राव और खोजी पत्रकारों की एक टीम ने BehanBox (हिन्दी में "वॉइस ऑफ़ सिस्टर्स") के नाम से डिजिटल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म लॉन्च किया. इसका मिशन है, लोगों के लिए बनी नीति के बारे में विस्तार से और डेटा के आधार पर रिपोर्टिंग करके भारत में लैंगिक समानता लाना.

इस प्लैटफ़ॉर्म ने सबसे पहले महिला स्वास्थ्य कर्मियों पर एक खोजी सीरीज़ पेश की. इसमें बताया गया कि किस तरह ये महिलाएं बिना किसी सुरक्षा उपकरण और वाजिब मुआवज़े के लंबे समय तक काम करती हैं.

राव कहती हैं, "इस सीरीज़ ने काफ़ी लोगों का ध्यान खींचा, यहां तक कि सरकार के बड़े अधिकारियों की भी नज़र इस पर पड़ी. सीरीज़ से यह साबित हुआ कि हमारी खबरों में लोगों की काफ़ी दिलचस्पी है."

BehanBox को जल्द ही, राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और लैंगिक आधारित हिंसा जैसे मुद्दों पर बेहतरीन रिपोर्टिंग के लिए जाना जाने लगा. इन लोगों ने ग्रामीण भारत की महिलाओं तक पहुंचने के लिए, लोकल डायरीज़ नाम से एक पॉडकास्ट एक बनाया.

राव कहती हैं, “हम महिलाओं को वह जानकारी देने के लिए काम करते हैं जो उन्हें हमारे लोकतंत्र में समान भागीदार बनने के लिए चाहिए.”

BehanBox employees having a discussion in black and white
चर्चा करते हुए BehanBox के कर्मचारी

प्लैटफ़ॉर्म को लंबे समय तक जारी रखने के लिए कारोबार वाले नज़रिए को अपनाना

BehanBox की पहुंच एक अच्छी खासी ऑडियंस तक होने के बाद, इसकी फ़ाउंडर को एहसास हुआ कि उन्हें कारोबार का एक स्थायी मॉडल बनाने की ज़रूरत है.

राव कहती हैं, "पत्रकार के तौर पर हमारी सबसे पहली प्राथमिकता यह थी कि हमारी रिपोर्टिंग कितनी सटीक है, न कि इसे एक प्रॉडक्ट के रूप में देखना. हालांकि, कोई संगठन चलाते वक्त, आपको कारोबार को एक अलग नज़रिए से देखना पड़ता है.”

A Headshot of Bhanupriya Rao, the founder of BehanBox
"GNI स्टार्टअप लैब में शामिल होने के बाद, हमारी खास बात बदल गई है. हमारा मकसद सिर्फ़ जानकारी या खबरें देना ही नहीं है, बल्कि अब हमारी ज़िम्मेदारी बदलाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना भी है. लोग भी हमसे यही उम्मीद रखते हैं."
भानुप्रिया राव
BehanBox की फ़ाउंडर

साल 2021 में BehanBox, भारत के Google News Initiative (GNI) स्टार्टअप लैब कार्यक्रम के लिए चुने गए पहले स्टार्टअप में से एक था. यह कार्यक्रम, खबरों से जुड़े भारतीय स्टार्टअप को आर्थिक मज़बूती देने के लिए, Echos और DIGIPUB News India Foundation की मदद से बनाया गया.

कार्यक्रम के शुरुआती चरण में, BehanBox ने अपनी ऑडियंस को बेहतर ढंग से समझने के लिए काम किया. वेबसाइट पर बार-बार आने वाले लोग किस तरह की खबरें पढ़ना चाहते हैं, यह समझने के लिए हमारी टीम ने उनके साथ विस्तार में इंटरव्यू किए. इसके बाद, उनकी पसंद को ध्यान में रखकर कॉन्टेंट बनाया गया.

राव कहती हैं, “कॉन्टेंट डिज़ाइन करने और उसे बनाने का वह पहला चरण, ऑडियंस को ध्यान में रखकर मॉडल बनाना, काफ़ी अहम था, क्योंकि बाकी सारी चीज़ें यहीं से तो शुरू होती हैं.”

कार्यक्रम के बाद के चरणों में, BehanBox ने कमाई करने वाला कॉन्टेंट बनाने और निवेश के सोर्स की पहचान करने के तरीकों के बारे में जाना.

राव कहती हैं, "GNI स्टार्टअप लैब ने हमें अपनी ऑडियंस को बेहतर ढंग से समझने के साथ-साथ काम के और दिलचस्प कॉन्टेंट बनाने के लिए ज़रूरी टूल दिए. कार्यक्रम से मिली सहायता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.”

साल 2022 की पहली तिमाही में ऑडियंस की संख्या में काफ़ी बढ़ोतरी

GNI स्टार्टअप लैब कार्यक्रम के दौरान मिले इनसाइट की मदद से, BehanBox ने खास तौर पर जवान लोगों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाई. इसके लिए, उन्होंने न्यूज़लेटर और पॉडकास्ट जैसे नए फ़ॉर्मैट का इस्तेमाल किया.

  • 300% न्यूज़लेटर के सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी
  • 200% Instagram पर फ़ॉलोअर की संख्या में बढ़ोतरी
  • 142% Twitter पर फ़ॉलोअर की संख्या में बढ़ोतरी

उनकी मेहनत रंग लाई और साल 2022 के पहले तीन महीनों में उनका ऑडियंस बेस काफ़ी बढ़ा. Google Analytics का इस्तेमाल करके, BehanBox ने जाना कि न्यूज़लेटर के सदस्यों की संख्या 300 प्रतिशत बढ़ी है और वेबसाइट पर हर महीने आने वाले यूनीक विज़िटर की संख्या 10 गुना बढ़ी है. वहीं, BehanBox के Instagram और Twitter चैनल पर फ़ॉलोअर की संख्या 200 प्रतिशत और 142 प्रतिशत बढ़ी.

आने वाले समय में BehanBox, पैसे चुकाकर ली जाने वाली सदस्यता के मॉडल को अपनाना चाहता है. हो सकता है कि 2023 के शुरुआत में वह यह मॉडल लॉन्च कर दे. इससे संगठन की आय बढ़ेगी और वह पाठकों से सीधे जुड़ पाएगा.

राव कहती हैं, "GNI स्टार्टअप लैब में शामिल होने के बाद, हमारी खास बात बदल गई है. हमारा मकसद सिर्फ़ जानकारी या खबरें देना ही नहीं है, बल्कि अब हमारी ज़िम्मेदारी बदलाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना भी है. लोग भी हमसे यही उम्मीद रखते हैं."

क्या आपको यह पेज छोड़ना है और अपनी प्रोग्रेस का डेटा मिटाना है?
इस पेज को छोड़ने पर, मौजूदा लेसन के लिए आपकी प्रोग्रेस का पूरा डेटा मिट जाएगा. क्या आपको वाकई इस पेज को छोड़कर अपनी प्रोग्रेस का डेटा मिटाना है?